छत्तीसगढ़ का वन
छत्तीसगढ़ राज्य वनों की दृष्टि से संपन्न राज्य है| मुख्यतः उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन पाए जाते हैं| छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान आदिवासी बहुल्य राज्य होने के कारण राज्य के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन से वनस्पति का घनिष्ठ संबंध है|दण्डकारण्य प्रदेश, पूर्वी बघेलखण्ड तथा जशपुर सामरी पाट प्रदेश में पठारी एवं पहाड़ी धरातल के कारण औसतन 50% से अधिक भाग पर वन क्षेत्र है| छत्तीसगढ़ के मैदान में स्थित जिलों में वन क्षेत्र तुलनात्मक रूप से बहुत कम है|
छत्तीसगढ़ में वनों का वर्गीकृतवनस्पति के मात्रा के अनुसार
साल वन
- छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक वन क्षेत्रफलों में साल वन विस्तृत है|
- इसका वानस्पतिक नाम शोरिया रोबस्टा है|
- यह राज्य के 40.56% भाग पर विस्तृत है|
- इसे जशपुर ढाप वन भी कहा जाता है|
- बस्तर को “साल वनों का दीप” की संज्ञा दी गई है|
- साल को छत्तीसगढ़ का राजकीय वृक्ष घोषित किया गया है|
- यह छत्तीसगढ़ के वन राजस्व एवं जनजातीय आजीविका हेतु महत्वपूर्ण है|
- इसकी लकड़ी इमारती कामों में प्रयोग की जाती है|
- बहुत ही कठोर, भारी एवं मजबूत के लिए इसकी लकड़ी जानी जाती है|
सागौन वन
- इसका वानस्पतिक नाम टेक्टोना ग्रैंडिस है|
- यह वन छत्तीसगढ़ में बिखरे हुए छोटे भागों में मिलते हैं|
- यह वन राज्य के 9.42% भाग में विस्तृत है|
- प्रदेश के चिल्फी घाटी(कवर्धा) एवं कुरसैल घाटी(नारायणपुर) में विश्व स्तरीय सागौन वृक्ष पाए जाते हैं|
- यहाँ का सागौन बर्मा सागौन के श्रेणी का है|
बाँस वन
- इसमें बाँस एक प्रकार की घास की प्रजाति है|
- आदिवासियों के आर्थिक जीवन तथा कागज उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है|
- छत्तीसगढ़ में यह वन 6.49% भाग पर विस्तृत है है|
- प्रदेश के वनोपज से प्राप्त कुल आय में से 20% योगदान बांस का है|
- बांस से लुग्दी, कागज, घर, टोकरी, सूपा, झाड़ू, टट्टा, चटाई आदि बनाये जाते हैं|
- यहाँ मुख्यतः नर बांस ही प्राप्त होते है|
- बैनेट एवं गौर के सर्वे के अनुसार 9 प्रजाति की ही पुष्टि हो सकी| प्रदेश में लगभग 80 प्रजातियां मिलने का अनुमान है|
- सरगुजा वनमंडल तथा कांकेर वन वृत्त कटंग बांस के लिए प्रसिद्द है|
- यह कमार जनजाति के आजीविका का आधार है|
मिश्रित वन
- इन वनो में अनेक प्रजातियों के वृक्ष एवं झाड़ियाँ सम्मिलित है|
- राज्य के 43.53% भाग पर मिश्रित वन पाए जाते है|
- ये वन आर्थिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होती है|
- आंवला, महुआ, आम, पीपल, जामुन, बरगद, इमली, हर्रा, बहरा आदि प्रमुख वनस्पति है
वन अधिनियम के अनुसार
- आरक्षित वन
- संरक्षित वन
- अवर्गीकृत/खुला वन