इस प्रवाह तंत्र का निर्माण महानदी एवं इसकी अन्य सहायक नदियों से मिलकर हुआ है| महानदी इस प्रवाह तंत्र की सबसे प्रमुख नदी है, जो राज्य की सबसे बड़ी नदी है| यह प्रदेश का सर्वप्रमुख प्रवाह तंत्र है, जो राज्य के 50% से अधिक भाग पर विस्तृत है|
महानदी अपवाह तंत्र की प्रमुख नदियाँ
| महानदी | शिवनाथ नदी | हसदेव नदी |
नदी का नाम |
उत्पत्ति स्थान |
कुल लंबाई |
नदी के किनारे प्रमुख शहर/गाँव |
मुख्य परियोजनाएं/विशेषताएं |
मुख्य सहायक नदियाँ |
महानदी |
सिवाहा के पास धमतरी पहाड़ियों से |
858 किमी |
राजीम, सिरपुर, चंद्रपुर, रायगढ़ आदि |
राजीम, सिरपुर, चंद्रपुर, शिवरीनारायण |
- शिवनाथ नदी
- हसदेव नदी
- बोरई नदी
- मांड नदी
- केलो नदी
- शंक नदी
- हॉप नदी
- छोटी सोन नदी
- ब्राम्हणी नदी
- जोंक नदी
- लात नदी
- सूखा नदी
- पैरी नदी
- सोंढूर
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शिवनाथ |
अंबागढ़ तहसील में पानाबरस पहाड़ियों से |
290 किमी |
अंबागढ़ चौकी, धामधा, नांदघाट आदि |
मोंगरा बैराज |
- उत्तर की ओर: आमनेर, हॉप, आगर, मनियारी, अरपा एवं लीलागर
- दक्षिण किन ओर: खरखरा, तांदुला,खारुन एवं जमुनिया
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हसदेवो |
कोरिया जिले में कैमूर पहाड़ियों से |
176 किमी |
कोरबा, जांजगीर-चंपा |
हसदेवो-बांगो परियोजना |
- गज
- अहिरण
- चोरनाई
- झींक
- ऊतेम
- जटाशंकर
- तान
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महानदी
- महानदी को छत्तीसगढ़ की जीवन रेखा, छत्तीसगढ़ की गंगा की संज्ञा दी जाती है|
- इस नदी का उद्गम धमतरी के निकट सिहावा पर्वत से हुआ है|
- इस नदी का प्राचीन नाम नीलोत्पला, चित्रोत्पला, कनकनंदिनी महानंदा था|
- महानदी घाटी को छत्तीसगढ़ में सभ्यता का पाल्मा स्थल कहा जाता है|
- यह नदी उत्तर-पूर्व दिशा में बहते हुए उड़ीसा राज्य में बंगाल की खाड़ी में गिरती है|
- इस नदी की कुल लंबाई 858 किमी है| छत्तीसगढ़ में इसका बहाव 286 किमी है|
- इस नदी के प्रवाह तंत्र द्वारा छत्तीसगढ़ के मैदान में जलोढ़ मिट्टी का जमाव हुआ है|
- इस नदी के तट पर राजिम, सिरपुर, चंद्रपुर, शिवरीनारायण आदि जैसे प्रसिद्ध पौराणिक-ऐतिहासिक नगर स्थित है|
- इस नदी के तट पर स्थित राजिम में महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों का है, इसे छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाता है|
- इस नदी पर रायगढ़ जिले में प्रदेश का सबसे लम्बा पूल सूरजपुर और नंदीगांव के बीच बनाया गया है|
- महानदी जलग्रहण क्षेत्र में रविशंकर जलाशय, मिनीमाता जलाशय, मोंगरा बैराज, सिकासार आदि बहुउद्देशीय परियोजना स्थित है|
- यह नदी धमतरी, कांकेर, बालोद, गरियाबंद, रायपुर, महासमुंद, बलोदा बाज़ार, जांजगीर चांपा एवं रायगढ़ जिले में बहती है|
महानदी की सहायक नदियां
- शिवनाथ नदी
- हसदेव नदी
- बोरई नदी
- मांड नदी
- केलो नदी
- शंक नदी
- हॉप नदी
- छोटी सोन नदी
- ब्राम्हणी नदी
- जोंक नदी
- लात नदी
- सूखा नदी
- पैरी नदी
- सोंढूर
शिवनाथ नदी
- यह महानदी की प्रमुख सहायक नदी है|
- इस नदी का उद्गम पानाबरस पहाड़ी(अंबागढ़, तहसील), जिला राजनांदगांव से हुआ है|
- यह छत्तीसगढ़ में बहने वाली सबसे लम्बी नदी है|
- प्रदेश में यह 290 किमी की लम्बाई में विस्तृत है|
- यह महानदी की सबसे लम्बी सहायक नदी है|
- शिवनाथ नदी छत्तीसगढ़ प्रदेश की दूसरी सर्वाधिक महत्वपूर्ण नदी है|
- इस नदी के तट पर अंबागढ़ चौकी(राजनांदगांव), धामधा(दुर्ग), नांदघाट(राजनांदगांव) आदि प्रमुख शहर स्थित है|
- इस नदी पर मोंगरा बैराज(राजनांदगांव) नामक प्रमुख परियोजना का निर्माण हुआ है|
- यह नदी राजनांदगांव से प्रहवाहित होकर शिवरीनारायण(जांजगीर चाम्पा) के समीप महानदी से मिलती है|
- यह राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा, बलोदा बाजार, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर चाम्पा जिलों से प्रवाहित होती है|
शिवनाथ नदी की सहायक नदी
- उत्तर की ओर: आमनेर, हॉप, आगर, मनियारी, अरपा एवं लीलागर
- दक्षिण किन ओर: खरखरा, तांदुला,खारुन एवं जमुनिया
हसदेव नदी
- छत्तीसगढ़ में इस नदी का उद्गम देवगढ़ के कैमूर पर्वत(सोनहत तहसील, जिला कोरिया) से हुआ है|
- यह महानदी की दूसरी लम्बी सहायक नदी है|
- यह नदी कोरिया जिले से प्रवाहित होकर जांजगीर चाम्पा के शिवरीनारायण के निकट ग्राम केरा-सिलादेही के पास महानदी में मिलती है|
- प्रदेश में हसदेव नदी की कुल लम्बाई 176 किमी है|
- इस नदी पर कोरबा जिले में हसदेव-बांगो परियोजना, जो छत्तीसगढ़ प्रदेश की सबसे ऊंचा बाँध है निर्मित है|
- इस नदी पर स्थित हसदो-बांगो परियोजना कोरबा स्थित विद्युत संयंत्रों को जल आपूर्ति का प्रमुख स्त्रोत है|
- इस नदी के तट पर कोरबा एवं चाम्पा प्रमुख शहर स्थित है|
हसदो नदी की सहायक नदियाँ
- गज
- अहिरण
- चोरनाई
- झींक
- ऊतेम
- जटाशंकर
- तान