छत्तीसगढ़ भूमि

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भैना

“भैना” जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य की अन्यतम और छोटी जनजातियों में से एक है। यह जनजाति छत्तीसगढ़ के स्वभाविक वातावरण में रहती है और अपने विशेष रूप, भाषा, संस्कृति और पारंपरिक जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है।

भैना जनजाति अपनी पारंपरिक संस्कृति, गायन, नृत्य, और विभिन्न धार्मिक और सामाजिक आचरणों के लिए प्रसिद्ध है। इनका जीवन उनकी प्राचीन परंपराओं, रीति-रिवाजों, और शिक्षा के प्रति अपनी महानता में प्रकट होता है। वे अपने अनूठे गायन और नृत्य के लिए जाने जाते हैं जो उनके समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं।

भैना जनजाति का आदिवासी जीवन उनकी पर्यावरण से मजबूत जुड़ा होता है, जो उन्हें उनके परंपरागत जीवनशैली को बनाए रखने में मदद करता है। यह समुदाय अपने खेती-कृषि, वन्य जीवन और पर्यावरणीय संरक्षण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।